सोलर आटा चक्की एक ऐसी मशीन है जो सूर्य की रोशनी से उत्पन्न विद्युत ऊर्जा (सोलर पैनल से) के माध्यम से चलती है। यह पारंपरिक डीजल या बिजली से चलने वाली आटा चक्कियों का पर्यावरण-सहायक और किफायती विकल्प है। इसमें सोलर पैनल सूर्य की किरणों को डीसी (DC) बिजली में बदलता है, जिसे VFD (Variable Frequency Drive) की मदद से एसी (AC) बिजली में परिवर्तित कर आटा चक्की के मोटर को चलाया जाता है। इस प्रणाली का प्रमुख लाभ यह है कि यह बिजली बिल और डीजल खर्च को लगभग समाप्त कर देता है, जिससे संचालन की लागत काफी कम हो जाती है। दिन के समय यानी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सोलर पैनल से संचालित आटा चक्की आराम से चल सकती है। और यदि रात में चक्की चलानी हो तो ग्रिड से बिजली सप्लाई स्विच की मदद से ली जा सकती है। सोलर आटा चक्की छोटे और बड़े दोनों प्रकार के बिजनेस के लिए उपयुक्त है। उदाहरण के तौर पर 10 HP और 3 HP के मोटर वाली चक्कियां सोलर पैनल के जरिए चलायी जा रही हैं जिनसे अच्छी आमदनी होती है। सोलर सिस्टेम की स्थापना में सोलर पैनल, VFD, कनेक्शन और वायरिंग बहुत सावधानी से करनी होती है ताकि मोटर पूरी क्षमता से चले और आटा की गुणवत्ता बनी रहे। इसका आर्थिक पहलू भी लाभकारी है क्योंकि सोलर पैनल लगाने का खर्च एक बार होता है और लंबे समय तक चलने वाले पैनल कम रखरखाव वाले होते हैं। इससे न केवल पर्यावरण की रक्षा होती है बल्कि व्यवसायियों को बिजली कटौती या डीजल कीमतों के उतार-चढ़ाव की चिंता भी नहीं रहती। इस तरह, सोलर आटा चक्की एक आधुनिक, हरित तथा आर्थिक रूप से लाभदायक समाधान है जो ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आटा पिसाई के व्यवसाय को सशक्त बनाने में मदद कर रही है।
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजनाभारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य देश के घरों को मुफ्त बिजली प्रदान करना है। इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2024 को लॉन्च किया था। इसके तहत घरों की छत पर सोलर पैनल लगाए जाते हैं, जिनसे प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलती है। योजना का लक्ष्य 2027 तक 1 करोड़ घरों में सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाना है ताकि घरेलू बिजली की लागत कम हो और पर्यावरण को साफ ऊर्जा मिले। योजना के अंतर्गत सोलर पैनल की लागत का 40% तक सब्सिडी दी जाती है और इसके लिए सरकार बैंकों के माध्यम से लोन भी प्रदान करती है, जिसमें 2 लाख रुपये तक के लोन पर मात्र 6% ब्याज दर होती है। यह योजना खासकर मध्यम और गरीब वर्गों को बिजली के बिल से राहत देने और रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करती है। इसके अलावा, जो परिवार सोलर पैनल से अपनी जरूरत से अधिक बिजली उत्पन्न करते हैं, वे अतिरिक्त बिजली को बिजली वितरण कंपनियों को बेचकर आय भी प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के लिए पात्रता में आवेदक का भारतीय नागरिक होना, उसके घर की छत सोलर पैनल लगाने के योग्य होना और घर में वैध बिजली कनेक्शन होना आवश्यक है। योजना ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से भी उपलब्ध है और इसका संचालन राष्ट्रीय पोर्टल pmsuryaghar.gov.in के जरिए किया जाता है। संक्षेप में, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से घरों में साफ, हरित और मुफ्त बिजली पहुंचाना और देश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है.